Sunday, June 26, 2011

B1-23:A HEARTSTRINGS MEET WITH DISTANT RAINBOW

जिंदगी कब क्या मोड़ ले कर आ जाये कुछ कहा  नहीं जा सकताI सब कुछ रूटीन से ही चल रहा था कल सुबह, माँ ने जब पूजा का प्रसाद दिया था तो इश्वर से हमने ये माँगा की हे इश्वर कितनी बोरिंग सी जिंदगी है सुबह उठो तो 11 :30 am तक competitive  सेट प्रक्टिस करो फिर 12 से 7 ऑफिस,  7:30 से 9 बजे प्रतियोगिता दर्पण पढना और फिर खाना खा के सो जानाI बक क्या बकबास है थोडा adventure होना चाहिये था God जीI उसी शाम ऑफिसर जी का फ़ोन आया, असल में उसकी मंजिल के रास्ते में इस बार हम थे तो हमें मिलने को पटना के स्टेशन पे बुलाया था उसनेI इश्वर शायद मजाक करने के मूड में थे इतनी जल्दी प्रार्थना सुन लेंगे हमे यकिन नहीं आ रहा थाI मुंबई प्लेटफ़ॉर्म के तीन घंटे याद आने लगे और लगा की यार हमारा ऑफिसर जी तो हमारे सपनों की दुनिया में है ऐसे कैसे आ जायेगा I उस दिन का हमारा सारा रूटीन फेल हो गया , शाम के 7 से  10 ये सोंचते रह गये की मिलने जाये की नहींI फिर लगा देश में प्रजातंत्र भी तो है दोस्तों से ही पूछ लेते है पर कुछ निष्कर्ष ही नहीं निकलाI रात के 12 :30 बज चुके थे पर नींद गायब थी की अचानक लगा एलेन है सामनेI हमने एलेन से कहा की जाने का मन नहीं है यार इस बार भी वो नहीं आएगा और सारे दोस्त मजाक बनायेंगे हमाराI उस पर एलेन कहता है की लोगों की कब से फ़िक्र होने लगी? तुम्हारा ऑफिसर जी खुद ही आ  रहा है और तुम भाग रही हो इस सच से की कोई ऑफिसर जी है भी इस दुनिया मेंI जिन चीजो से जितना भागोगी वो उतना ही परेशानी का शबब होगा सामना करो और ऑफिसर जी को अपने सपनों की दुनिया दिखाओI फिर क्या था मूड में आ गये हम भी, पूरी रात तो आँखों में बीत गयीI सुहाबनी सुबह अपनी कहानी की सुरुआत करने लगींI रविवार का दिन था सो सुबह डांस क्लास जाने को तैयार हो गये माँ को बोल दिया आज शाम को देर हो जाएगी तो माँ ने खीर बना के टिफिन बैग में डाल दियाI पडोशी के घर से टीवी की आवाज आ रही थी, रंगोली प्रोग्राम में आज उनसे पहली मुलाकात होगी बाला गाना बज रहा था और हमें हँसी आ रही थीI डांस क्लास गये तो कृष्णराधायण  का  टुकड़ा सिखाया जा रहा थाI हम आज कृष्ण का पार्ट प्ले कर रहे थेI राधा को कंकरी मार के गगरी तोडनी थी, पहले भी किया था हमने पर आज पता नहीं क्यों, हो ही नहीं रहा थाI गुरु जी ने कहा की मन में ये सोंचो की वोहाँ सचमुच राधा है और तुम कृष्ण हो और गगरी तोडनी है पर जैसे ही सोंचते कोई और दीखता थाI कंकरी मारते भी तो कैसे उसे चोट नहीं लग जाती क्या ? चर्च गये तो कुछ सुनाई ही नहीं दे रहा थाI 2 घंटे सिर्फ ईशु की तस्बीर पर ऑंखें टिकी रहीI जाते वक़्त मिसिज  मोरिसन से ये पूछा की आपके husband तो deffence में है उन्हें कौन सा केक अच्छा लगता है? थोडा शर्मा के बोलीं फ्रूट केक I चुकी जीने के लिये एक ही दिन रविवार ही मिलता है ऑफिस बालों को सो काफी busy schedule था इस दिन का, दोस्तों से भी मिलना था I जब ऑटो के पैसे देने के लिये वालेट  ढूँढा तो पता चला घर पे ही भूल आये है I अब दोस्तों की बारी थी किसी ने जरबेरा के flower bunch खरीद दिये तो कोई केक खरीदने साथ गयाI केक बाले को फ्रूट केक ही पैक करने को कहा हमने तो उसने पूछा लिखना क्या है केक पेI हमने कहा Happy valentine Day लिख दीजिये तो मेरा दोस्त और केक बाला मेरी तरफ  आश्चर्यचकित निगाहों से देखने लगेI उन्हें शायद जून में valentine डे समझ नहीं आ रही थीI हद ही है दुनिया भी , प्यार क्या किसी दिन का मोहताज होता है, प्यार में तो हर पल ही valentine पल होता हैI Red rose के लिये भी खासी मस्सकत करनी पड़ गयीI किसी अनजान से घर के compound में बहुत सारा गुलाब देखा सोंचा यही देंगेI दौड़ता हुआ कुत्ता तब दिखा जब अनाधिकार ही compound में अंदर तक जा चुके थे और वो हमें काटने को दौड़ा ही थाI दोस्तों ने कैसे कैसे manage किया उस कुत्ते को, हम लिख नहीं पा रहे हैI हमारा सारा का सारा खीर उसे खिला दियाI खैर Red Rose operation successful रहा, तोड़ के हमने बैग में डाल लियाI 3 :30pm  बज चुके थे और ट्रेन नहीं आई थी अब  तकI बहुत प्यास भी लग रही थी की तभी हमारे एक मित्र ने पानी बाद में दिया पहले कलमा पढने लगे " ये इश्क नहीं आसान इतना तो समझ लीजे , एक आग का दरिया है और डूब के जाना है"I जब ट्रेन प्लेटफार्म पे रुकी तो दोस्त हमें ऐसे भेज रहे थे जैसे की हम कोई जंग लड़ने जा रहे  हैI साथ चलने को कहा तो कहने लगे पता नहीं ये केक खाया जायेगा या मारा जायेगाI तुम जाओ कुछ इस तरह का हुआ तो बाद में हमलोग कवर करेंगेI ब्रह्मपुत्र मेल के B1 कोच के 23 नंबर सीट पे हमारे ऑफिसर जी अपने लैपटॉप पे गाने सुन रहे थेI सारे दोस्त कहते है की हम किसी को अपने सामने बोलने ही नहीं देते पर सच कहते है 10 मिनट के वक्त में हमने पहले 5 मिनट उसे अपनी सुनाने को कहीI अभी दो ही मिनट हुए थे की उसकी बात खत्म हो गयी और उसने बड़े मासूमियत से  कहा " बस इतना ही, बड़ा बोरिंग हु यार मैं तुम अपनी सुनाओ "I  हमारी तो पूरी दास्ताँ थीI समझ नहीं आ रहा था की क्या कहे और क्या छोड़े की तभी cake और candle पे ध्यान गया I हमने उससे पहला सवाल किया lighter है क्या तो उसने कहा मैं सिगरेट नहीं पीताI मन में ही कहा हमने, हम भी नहीं पीते candle जलाने के लिये मांग रहे हैं बुद्धू की तभी वहाँ बैठे एक मणिपुरी भाई साहब ने माचिस दीI हमने दोस्तों का दिया हुआ flower bunch उसे दे दियाI केक का डब्बा खोला तो valentine डे जो लिखाबाया था हमने वो शायद Red Rose operation में प्लेन हो चुका थाI खैर हमने साथ में केक काटा, background में कोई असामी गाना बज रहा थाI हमें तो समझ नहीं आ रहा था पर  ये musical moment बड़ा अच्छा लग रहा थाI वहाँ पे बैठे अन्य यात्रियों ने जी ऑफिसर जी से बर्थडे विश करते हुए पूछा आपका आज बर्थडे है? बड़े रूमानी अंदाज़ में कहता है की हमें भी अभी-अभी ही पता चला हैI हम तो पता नहीं कहा खो गये थे धयान तब आया जब ट्रेन खुल चुकी थी  और दोस्तों के फ़ोन आने लगे थे I हमने मोबाइल silent कर दियाI ट्रेन खुली तो हमें ध्यान आया की पैसे तो है नहीं सिर्फ बैग में क्रेडिट कार्ड है, हमने ऑफिसर जी से ही पूछ लिया की टीटी लोग पकड़ने पे क्रेडिट कार्ड लेते है क्या ? उसने बड़ा simple सा जबाब दिया, पर cash कैसे  करेंगेI काफी बातें हुईं , गाड़ी अगले स्टेशन पटना साहिब  में रुकने ही बाली थीI Sindrella की तरह शायद सपनों की दुनिया से बापस आने का हमारा भी वक़्त हो चला थाI ट्रेन से उतरते वक़्त हमने Red Rose अपने ऑफिसर जी को दे दियाI उसका चेहरा कुछ उदास लग रहा थाI वो ट्रेन से नीचे उतर आया था, शायद कुछ दुबिधा में थाI ऐसे उदास अपने ऑफिसर जी को कैसे जाने देते, बापस आते वक़्त हमने इतना ही कहा " ऐसी भूतों जैसी शकल क्यूँ बना ली तुमने, बुरे दिख रहे हो keep smiling always & Happy Journey" I वो दो पल को जैसे ही मुस्कुराया उसका मुस्कुराता चेहरा हमने अपने आँखों में भर लिया और मुड गये, दोबारा पलट के एक बार भी नहीं देखाI हमारे  दोस्त तब तक काफी कॉल कर चुके थेI चलते- चलते मंदिर दिखा इंतज़ार करने लगे दोस्तों के आने का वालेट  जो नहीं था पास मेंI तूफान के आने की बाद बाली शांति थी जैसे , इस दो पल की दास्ताँ में क्या गया क्या बचा समझ ही नहीं आया और ना हमने समझने की कोशिश कीI जिंदगी के इस पल के लिये अपने दोस्तों को, अपने ऑफिसर जी को और इश्वर को मन ही मन धन्यवाद दिया बस I 

2 comments:

Unknown said...

intersting tha,i like it..............

franky said...

ye mr. officer ha kaun.....koi bichada pyar ya ..........wat ha kya....
bas itna hii.......
by d way nic write up.......